क्या ये परीक्षण डाउन सिंड्रोम वाले बच्चों के लिए किए जा रहे हैं?
डॉक्टरों का कहना है कि डाउन सिंड्रोम वाले बच्चों को नियमित रूप से कुछ मेडिकल टेस्ट करवाने चाहिए। उनकी आँखों की जाँच साल में एक बार, कानों की जाँच हर 6-12 महीने में एक बार करवानी चाहिए। दांतों की जाँच हर छह महीने में और छाती व गर्दन का एक्स-रे हर 3-5 साल में करवाना चाहिए। लड़कियों को यौवनावस्था में पैप स्मीयर टेस्ट और साल में एक बार थायरॉइड टेस्ट करवाना चाहिए।









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